Friday, November 29, 2013

Remedies for a weak Moon

1. Never take a silver gift or accept silver as donation
2. Donate Silver - if you can't afford, then even donating a small thread of silver is enough - do this once/twice a year
3. Donate milk and don't drink milk on Monday
4. Forget any donations that you give, don't remember anything that you may have donated. Thank the person who accepted your donation and never be egoistic.
5. Eat coconut, wear white clothes, doing anulom-vilom breathing (for Sun & Moon), keep small plants in the North of the house
 

Birth stone and gem stone need

Birth stone and gem stone need

Dear Friends,

We always feel curious for the need of birth stones or the Gem stones. We also put on any ring without knowing the benefit or harm of the stone ring. Friends, our fingures are four in number and each one symbolises different planets.We must not wear any stone without knowing the purpose and if it is benefitial for us or not. We must always consult any good astrologer for the purpose. The days and times are also specified to put them on. The metal in which the rings or chain pendants are to be put on, must be kept in mind.Some people are not able to put on Gem stones due to unavailablity or else reason, so substitutes are also recommended. Silk clothes or many other things like chants etc are also useful in many cases, for the benefit of any person.

I would suggest you all to do as directed by your Spiritual guide / astro consultant.

We are often asked for precious or semi precious birth stones. Now we try to suggest as per the requirement and pocket of the person. If a person can put on and purchase a real birth stone, we guide a real one, otherwise, we try to guide for a semi precious stone or some other alternative for the birth stone to the person.

Tuesday, November 26, 2013

फलीत में लग्न कुंडली में नीच राशी में ग्रह , कीन्तू नवमांश में उच्च राशी में होने से ग्रह का फल :-

फलीत में लग्न कुंडली में नीच राशी में ग्रह , कीन्तू नवमांश में उच्च राशी में होने से ग्रह का फल :-
१. यदी लग्न कुंडली सूर्य नीच राशी में हो कीन्तू नवमांश में उच्च राशी में होतो जातक को राज्य से धन लाभ होता है तथा जातक को सभी प्रकार का सुख प्राप्त होगा .

२. चंद्रमा इसका अपवाद है, नीच का चन्द्रमा नवमांश में उच्च का नही होता है .
...
३. यदी लग्न कुंडली में मंगल नीच का हो कीन्तू नवमांश में उच्च का होतो, जातक नौकरी या व्यवसाय में प्रारम्भ में असफलता देखता है , कीन्तू अंत में सफल हो जाता है .

४. यदी लग्न कुंडली में बुध नीच राशी में हो कीन्तू नवमांश में उच्च राशी में हो तो, जातक सामान्य से अधीक बुध्धीमान होता है, जातक को व्यापार में अधीक सफलता मीलेगी , साथ ही धन भी मीलेगा .

५. यदी लग्न कुंडली में गुरु नीच राशी में हो , कीन्तू नवमांश में उच्च राशी में होतो, जातक को सरकार से धन लाभ होता है, शीशा में प्रगती करता है, सुख, सम्मान , धन के साथ ही यह जातक ग्राम , नगर , या राज्य का मुखीया हो सकता है .

६. यदी लग्न कुंडली में शुक्र नीच राशी में कीन्तू नवमांश में उच्च राशी में होतो जातक खेती में उन्नती करेगा , खेती के उत्पादों से लाभ पाता है तथा धनी हो जाता है .

७. यदी लग्न कुंडली में शनी नीच राशी में हो , लेकीन नवमांश में उच्च राशी में होतो, जातक घर से दूर रहेगा , तथा उसे शत्रुओ से व चोरो से भय होगा , साथ ही कष्टों का सामना करना पड़ता है.

हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए उपाय

१. बजरंग बली को लाल या पीले रंग के फूल विशेष रूप से अर्पित किए जाने चाहिए !! इन फूलों में कमल, गेंदा, गुलाब आदि विशेष महत्व रखते हैं !! हनुमानजी की पूजा या मंदिर में शुद्धता एवं पवित्रता का विशेष ध्यान रखना चाहिए !! ध्यान रखें हनुमानजी को केसर के साथ घिसा लाल चंदन का तिलक लगाना चाहिए !!
२. हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ या सुंदरकांड का पाठ करना श्रेष्ठ उपाय है !!
३. सुबह के समय हनुमानजी प्रसाद के रूप में गुड़, नारियल, लड्डू चढ़ाया जाना चाहिए!!
४. दोपहर के समय बजरंग बली को गुड़, घी, गेहूं के आटे से बनी रोटी का चूरमा अर्पित किया जा सकता है !!
५. शाम के समय हनुमानजी को फल जैसे आम, केले, अमरूद, सेवफल आदि का भोग लगाना चाहिए !!...
६. बजरंग बली के श्रृंगार में या चोला चढ़ाते समय तिल के तेल या चमेली के तेल में मिला हुआ सिंदूर लगाना चाहिए !!
७. भगवान को भोग लगाने के बाद भक्त को प्रसाद अन्य भक्तों में वितरित करके स्वयं भी ग्रहण करना चाहिए !!
८. सप्ताह में दो दिन मंगलवार और शनिवार को हनुमानजी के निमित्त विशेष पूजन-अर्चन करना चाहिए !! इन दिनों में बजरंगबली की विशेष कृपा प्राप्त होती है !!

Saturday, November 23, 2013

हर रोज बोलें बस, हनुमान के ये 11 नाम मंत्र..रुके काम फौरन होगें पूरे



'संकट कटै-मिटै सब पीराजो सुमिरै हनुमत बलबीरागोस्वामी तुलसीदास द्वारा इस चौपाई से किया गया संकटमोचक हनुमान का सुमिरन उनके मंगलमय स्वरूप व शक्तियों को भी उजागर करता है। श्री हनुमान के पावन चरित्र का स्मरण मात्र ही मनोबल और आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला होता है।
आज के रफ्तारभरे जीवन में हर रोज भारी तनावों से दो-चार होना पड़ता है। लिहाजा हर इंसान राहत के दो पल खोजता है। ऐसे में अशांति और कलह से मुक्त होने के लिए धार्मिक उपाय आसान और श्रेष्ठ साबित होते हैं। जिनमें श्री हनुमान का मनवचन व कर्मों की पावनता का ध्यान निर्भयता के साथ मन को आश्वस्त और शांत रखता है। जिससे कार्यसिद्धि की हर बाधा दूर होती है।
श्री हनुमान का शनिवारमंगलवारपूर्णिमा के साथ हनुमान जयंति या रूप चौदस (25 अक्टूबर) परध्यान विशेष मनोरथ सिद्ध करता ही हैलेकिन आसान उपायों में हर रोज नीचे लिखें 11 नाम मंत्रों का स्मरण बताए गए पूजा उपायों से करना कार्यसिद्धि सुनिश्चित करता है।
श्री हनुमान की प्रतिमा पर तेल-सिंदूर चढ़ाकर गंधअक्षतलाल फूल व नारियल चढ़ाने के साथ घी व शक्कर मिले आटे का लड्डूकेलाजामफल भोग में अर्पित कर पूजा करें। पूजा के बाद इन नाम मंत्रों का स्मरण कर धूप व दीप आरती करें-
ऊँ आञ्जनेयाय नम:

ऊँ महावीराय नम:

ऊँ हनूमते नम:

ऊँ मारुतात्मजाय नम:
ऊँ महाबल पराक्रमाय नम:

ऊँ रामदूताय नम:

ऊँ सर्वदु:ख हराय नम:

ऊँ सर्वबन्धविमोक्त्रे नम:
ऊँ सर्वमन्त्र स्वरूपाय नम:
ऊँ मनोजवाय नम:
ऊँ दृढव्रताय नम: